Followers

Samalak News & views

dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">







 उप सूत्र;-प्रेम सभी जीव और मानव के लिये लौकिक रूप में परस्पर उत्पन्न होने वाले दो तरंगों के समानान्तरीकरण से शुरू होता है, जिसका प्रगटीकरण यौन सबंध से होता है।                                               *समालक दर्शन*