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Sunday, December 10, 2017

World samalak organisation presents.....sanatan, samalak darshan me aalok men

सनातन समालक दर्शन के आलोक में ..............                                                                 सनातन आदियुग से क्रमश विकसित एक परमपरा  है ,जो मानव और मानवता आधारित् है| यह देश,काल और परिस्थिति का पूरक है|  स्थान परिवर्तन के साथ यह क्रमशः विकसित घर्म का पूरक भी है| वस्तुतः यह प्रकृति का पूरक है|

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