आज स्वामी विवेकानंद जी की पुण्यतिथि है। 1902 में अषाड़ कृष्ण अमावस्या को115 बर्ष पहले आज ही के दिन सांयकाल स्वामी जी ने अपने कक्ष में अपने शरीर को छोड़ दिया था।
उनका कहना था कि अगले दिनों अनेकानेक विवेकानंद भारत में जन्मेगे, क्या उनमें से एक आप तो नहीं? अपने को पहचानो!
स्वामी विवेकानंद जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हैं तो संकल्पित हों -
देश, धर्म जाति का गौरव हमें बढ़ाना है,
जो असमंजस में पड़े हुए हैं उन्हैं जगाना है।
जागें, उठें और दूसरों को भी जगायें स्वामी को सच्ची श्रद्धांजलि चढ़ाएं।सुशिल जी के सौजन्य से।
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उनका कहना था कि अगले दिनों अनेकानेक विवेकानंद भारत में जन्मेगे, क्या उनमें से एक आप तो नहीं? अपने को पहचानो!
स्वामी विवेकानंद जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहते हैं तो संकल्पित हों -
देश, धर्म जाति का गौरव हमें बढ़ाना है,
जो असमंजस में पड़े हुए हैं उन्हैं जगाना है।
जागें, उठें और दूसरों को भी जगायें स्वामी को सच्ची श्रद्धांजलि चढ़ाएं।सुशिल जी के सौजन्य से।
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