Monday, August 25, 2025
समालक दर्शन पर आधारित न्याय शास्त्र
CJI गंवई के आज के विचार तरंगों को मेरा दैनिक नमन्/ समालकम्। समालक सिद्धांत के अनुसार " दो विचार तरंगों के समानांतर संचरण के बीच में शून्य होता है,जो परिवेश को संतुलन प्रदान करता है और --------+++।वही न्याय और न्यायपालिका का कंसेप्ट है। यहां न्याय पालिका बनाम कार्यपालिका वविधायिका का कार्य विचार से निर्मित संतुलन बनाए रखना ही राष्ट्र धर्म है,राज धर्म है।
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