Followers

Monday, January 29, 2024

6.8 "मेरा मत" ईश्वर की अवधारणा ८वां आलेख।

मानव के प्रादुर्भाव से लेकर आज तक का काल विभाजन और तरीके अलग अलग हैं,जिसकी चर्चा पिछले आलेख में है। यहाँ पहले उन कालखंडों को स्पष्ट करना चाहते हैं। ऐसा वर्णित है कि हिन्दू धर्म २०००० साल पुराना है। इतिहास और पुरातत्व सर्वेक्षण से इसे ५००० साल पुराना माना गया है और आज का हिन्दू धर्म अधिकतम २३०० वर्षों पहले भारत के सुन्ग डाइनेस्टी से उसमें भी पुष्यमित्र सुंग कार्यकाल में फला फुला है। जैन घर्म उससे ३०० वर्ष पहले और जैन के ४०-५० वर्षों बाद बुद्ध धर्म का अस्तित्व वर्णित है। और उसके बाद के यजीदियों, यहुदियों, ईसाई, इस्लाम आदि धर्मों का उल्लेख मिलता है। ऐसा प्रतीत होता है कि २०००० से २३०० वर्षों के बीच सनातन पद्धति को ही हिन्दू धर्म कहा जाता था,और उसी सनातन जीवन शैली के सभ्यता/ संसकृति, उस समय के हिन्दू धर्म में अपनाया गया। उक्त हिन्दू धर्म में अपनाए मानवीय मूल्यों में हो रहे ह्रास को पुनः प्रकृति के करीब लाने के लिए, सुधार के लिए हीं ,जिसके मध्य में जैन और बुद्ध धर्म का प्रादुर्भाव हुआ। फिर २३०० वर्षों पहले हिन्दू धर्म के संरक्षण और विस्तार के लिए आज के प्रचलित कथाओं और कहानियों को निर्मित कर विभिन्न देवताओं, राक्षस, यक्ष,परियाँ, स्वर्ग-नरक आदि आदि का निर्माण हुआ। (क्रमशः) samalak.blogspot.com, Mo.No.+917209834500, लेखक- अनिल कुमार सिन्हा ,22/12/2023 email id-samalak1984@gmail.com पता-समालक सदन ,पुरनचंदलेन,कल्याणी , मुजफ्फरपुर-842001,बिहार,भारत।

No comments:

Post a Comment